सेहत

कालाजार प्रभावित पटना सदर और धनरुआ प्रखंडों की आशा कार्यकर्ताओं का हुआ उन्मुखीकरण

 

• कालाजार मरीजों को चिन्हित करने एवं इलाज कराने पर दी जाती है प्रोत्साहन राशि
• जिले के 18 प्रखंड हैं कालाजार प्रभावित
पटना/ 16 दिसंबर- जिले में कालाजार उन्मूलन को लेकर विभाग सजग है. पटना जिले के 18 प्रखंड कालाजार से अक्रांत हैं. चरणवार तरीके से कालाजार प्रभावित प्रखंडों की आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण जिला मलेरिया कार्यालय में किया जा रहा है. प्रत्येक प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध 50 आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया जा रहा है.
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रकाश ने बताया कालाजार मादा फाइबोटोमस अर्जेंटिपस(बालू मक्खी) के काटने के कारण होता है, जो कि लीशमैनिया परजीवी का वेक्टर (या ट्रांसमीटर) है। किसी जानवर या मनुष्य को काट कर हटने के बाद भी अगर वह उस जानवर या मानव के खून से युक्त है तो अगला व्यक्ति जिसे वह काटेगा वह संक्रमित हो जायेगा। इस प्रारंभिक संक्रमण के बाद के महीनों में यह बीमारी और अधिक गंभीर रूप ले सकती है, जिसे आंत में लिशमानियासिस या कालाजार कहा जाता है। डॉ. प्रकाश ने बताया हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कालाजार जांच की सुविधा उपलब्ध है। कालाजार की किट (आरके-39) से 10 से 15 मिनट के अंदर टेस्ट हो जाता है। हर सेंटर पर कालाजार के इलाज में विशेष रूप से प्रशिक्षित एमबीबीएस डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध हैं।
जिला के 18 प्रखंड हैं कालाजार प्रभावित:
पटना जिला के पटना सदर, धनरुआ, पालीगंज, फुलवारीशरीफ, नौबतपुर, मनेर, मसौढ़ी, पुनपुन, मोकामा, फतुआ, पंडारक, दनियांवा, अथमलगोला, खुसरुपुर, बख्तियारपुर, बिहटा, बिक्रम एवं दानापुर प्रखंड कालाजार प्रभावित हैं और इन सभी प्रखंडों की 50 आशा कार्यकर्ताओं का चरणवार तरीके से उन्मुखीकरण किया जा रहा है.
सरकार द्वारा रोगी को मिलती है आर्थिक सहायता :
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी पंकज कुमार ने बताया कालाजार से पीड़ित रोगी को मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के तहत श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में पैसे भी दिए जाते हैं। बीमार व्यक्ति को 6600 रुपये राज्य सरकार की ओर से और 500 रुपए केंद्र सरकार की ओर से दिए जाते हैं। यह राशि वीएल (ब्लड रिलेटेड) कालाजार में रोगी को प्रदान की जाती है। वहीं चमड़ी से जुड़े कालाजार (पीकेडीएल) में 4000 रुपये की राशि केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है।
आशा कार्यकर्ताओं को दी जाती है प्रोत्साहन राशि:
वेक्टर जनित रोग कंसलटेंट कल्याणी कुमारी ने बताया कालाजार मरीजों को चिन्हित कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर उपचार कराने पर प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को 500 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में स्प्रे के दौरान सहयोग करने पर 200 रूपए की प्रोत्साहन राशि आशा कार्यकर्ता को अलग से दी जाती है

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Ad