– महिला बंध्याकरण में मुंगेर सदर 167.89% सफलता के साथ जिलाभर में टॉपर
– 43.8 % सफलता के साथ पुरुष नसबंदी में मुंगेर जिला राज्य भर में छठे पायदान पर
– महिला बंध्याकरण में 115.18% सफलता के साथ राज्य भर में दूसरे स्थान पर
मुंगेर, 14 दिसंबर-
मिशन परिवार विकास अभियान के तहत 14 नवंबर से 04 दिसंबर तक विशेष रूप से चले पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान तारापुर ने 150% सफलता प्राप्त करते हुए जिलाभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। यहां पखवाड़ा के दौरान निर्धारित लक्ष्य 8 से अधिक 12 पुरुष नसबंदी की गयी । इसके अलावा जमालपुर ने 87.50 % और हवेली खड़गपुर ने 52.94% सफलता प्राप्त करते हुए जिला भर में क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया है। जमालपुर में निर्धारित लक्ष्य 16 के विरुद्ध 14 पुरुष नसबंदी करायी गयी। वहीं हवेली खड़गपुर में निर्धारित लक्ष्य 17 के विरुद्ध 9 पुरुष नसबंदी करवायी गयी है। जिलाभर में पुरुष नसबंदी के लिए निर्धारित लक्ष्य 105 के विरुद्ध 46 पुरुष नसबंदी करायी गयी जो 43.8% है। पुरुष नसबंदी में मुंगेर जिला ने राज्य में 43.8% के साथ छठा स्थान प्राप्त किया है।
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजी ने बताया कि 14 नवंबर से 04 दिसंबर तक चले परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान महिला बंध्याकरण में मुंगेर जिला ने 115.18 % सफलता के साथ राज्य भर में एक फिर से दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मुंगेर जिला में निर्धारित लक्ष्य 1140 से अधिक 1313 महिलाओं का बंध्याकरण कराया गया। मुंगेर जिला में मुंगेर सदर प्रखंड ने 167.89% की उपलब्धि के साथ पहला स्थान प्राप्त किया वहीं 153 % उपलब्धि के साथ टेटिया बंबर प्रखंड ने दूसरा और 143.48% उपलब्धि के साथ तारापुर ने जिला भर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। मुंगेर सदर प्रखंड में निर्धारित लक्ष्य 109 से अधिक 183 महिलाओं का बंध्याकरण कराया गया, वहीं टेटिया बंबर प्रखंड में निर्धारित लक्ष्य 64 से अधिक 98 और तारापुर प्रखंड में निर्धारित लक्ष्य 92 से अधिक 132 महिलाओं का बंध्याकरण कराया गया।
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक निखिल राज ने बताया कि बच्चों में अंतर रखने के लिए महिलाओं को कॉपर टी (आईयूसीडी) के मामले में भी 61.8% उपलब्धि के साथ मुंगेर जिला ने राज्य भर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मुंगेर जिला में निर्धारित लक्ष्य 1630 के विरुद्ध 1008 महिलाओं को बच्चों में अंतर रखने के लिए कॉपर टी (आईयूसीडी) लगाया गया।