लखनऊ, यूपी की आवाज।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने कहा यदि बीजेपी नेतृत्व कहेगा तो जेठ अखिलेश यादव के खिलाफ भी करहल से चुनाव लड़ जाऊँगाी।
अपर्णा ने कहा, ‘2017 से पहले (सपा सरकार में) यूपी खतरे में था। जनता ने भाजपा को जिताया तो असली बदलाव आया। योगी सरकार में 5 साल में एक भी दंगा और घोटाला नहीं हुआ। 47 हजार से ज्यादा भू-माफिया और गुंडे जेल में हैं। 2000 करोड़ की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चला है। बहू बेटियों को डर नहीं लगता, क्योंकि यूपी में बीजेपी की सरकार है। अपराधी पलायन कर गए हैं, क्योंकि यूपी में बीजेपी की सरकार है’।
उधर, इससे पहले अपर्णा यादव ने एक चैनल के इंटरव्यू में दावा किया यदि उन्हें भाजपा करहल से टिकट देती है तो वह वहां से भी लडऩे को तैयार हैं। हालांकि रविवार को उन्होंने अखिलेश के खिलाफ चुनाव लडऩे के सवाल पर सफाई भी दी। अपर्णा ने कहा, ‘पार्टी में बहुत समझदार लोग हैं, निर्णय उनको लेना है। मुझे अभी जो जिम्मेदारी मिली है, उसका निर्वहन कर रही हूं’। बता दें कि करहल से अपर्णा के जेठ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
अपर्णा यादव ने 19 जनवरी को दिल्ली में भाजपा जॉइन की थी। उन्हें दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। बताया जा रहा है कि वे लखनऊ कैंट से टिकट नहीं मिलने से अखिलेश से नाराज थीं।
अपर्णा को विधान परिषद भेज सकती है बीजेपी
अपर्णा यादव ने 2017 में सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वो बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी से चुनाव हार गई थीं। 2017 से अब तक वो कैंट इलाके में सक्रिय हैं। वहां के कार्यक्रमों में शामिल होती हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि उनका प्रबल दावा कैंट सीट पर ही है। लेकिन कैंट पर बीजेपी के दिग्गजों की नजर है, ऐसे में माना ये भी जा रहा है कि बीजेपी अपर्णा को चुनाव ना लड़ाकर एमएलसी बना दे।