-सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सभागार में दिया गया प्रशिक्षण
-केंद्र की सभी आशा को दिया गया प्रशिक्षण
लखीसराय-
सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखीसराय के सभागार में कालाजार उन्मूलन को लेकर आशा कार्यकर्ता के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी सह सदर प्रभारी डॉ धीरेन्द्र कुमार ने की। मास्टर ट्रेनर जिला वेक्टर रोग सलाहकार नरेंद्र कुमार भी मौजूद थे। प्रशिक्षण के दौरान कालाजार उन्मूलन को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए जनजागरूकता पर बल दिया गया। इस बीमारी की रोकथाम को लेकर आवश्यक जानकारी भी दी गई ।
– कालाजार से बचाव के लिए जागरूक करने और लक्षण वाले व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करने की दी गई जानकारी :
जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेंद्र कुमार ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सभी प्रतिभागियों को कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक करने एवं लक्षण वाले व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करने की भी विस्तृत जानकारी दी गई। ताकि लक्षण वाले व्यक्ति की समय पर जाँच के साथ आवश्यक इलाज शुरू हो सके और सामुदायिक स्तर पर भी लोगों को इस बीमारी के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी मिल सके। जिससे शुरुआती दौर में ही लोग सजग हो आवश्यक कदम उठा सकें । सरकारी अस्पतालों में जाँच एवं इलाज की मुफ्त समुचित व्यवस्था उपलब्ध है। वहीं, उन्होंने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए जमीन पर नहीं सोएं । मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करें। दिन में भी मच्छरदानी लगाकर ही सोएं। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें ।
लक्षण वाले मरीजों की जाँच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान भेजने में करें सहयोग :
जिला सलाहकार नरेंद्र कुमार ने बताया, आशा कार्यकर्ता कालाजार के लक्षण वाले मरीजों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में जाँच कराने के लिए प्रेरित करेंगी। ताकि ससमय उन्हें बीमारी की सही जानकारी मिल सके और उचित इलाज शुरू हो सके। इसके अलावा ऐसे मरीजों को जाँच कराने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिए आशा नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान पहुँचने में भी सहयोग करेंगी। साथ ही ऐसे मरीजों को चिह्नित कर स्थानीय पीएचसी को भी जानकारी उपलब्ध करेंगी। इससे ना सिर्फ ऐसे मरीजों की समय पर जाँच और सही बीमारी की जानकारी सुनिश्चित होगी बल्कि, मरीजों को गंभीर परेशानियों का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। सुविधाजनक तरीके से आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध करायी जाएगी ।
– कालाजार के लक्षण :
– लगातार रुक-रुक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना।
– वजन में लगातार कमी होना।
– दुर्बलता।
– मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।