– नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के दौरान 4200 लोगों का किया जाएगा रक्त संग्रह
– प्रत्येक साइट पर रात के 8: 30 से 12: 00 बजे के दौरान 300 लोगों का लिया जाएगा ब्लड सैंपल
शेखपुरा-
नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन को ले सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार सिंह की उपस्थिति में लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया गया। जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में नाइट ब्लड सर्वे के बेहतर क्रियान्वयन और इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में लैब टेक्नीशियन को जानकारी दी गई। प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष नाइट ब्लड सर्वे के दौरान फील्ड में आई दिक्कतों को दूर करने के उद्देश्य से लैब टेक्नीशियन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके साथ ही प्रशिक्षण में लैब टेक्नीशियन को रक्त संग्रह पट्टिका तैयार करने और उसके रखरखाव में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया गया है। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष 10 फरवरी से जिला में शुरू होने एक सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम से पूर्व फाइलेरिया प्रसार दर का पता लगाने के लिए नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
जिला के वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी श्याम सुन्दर कुमार ने बताया कि जिला के सभी प्रखंडों में शुरू होने वाले नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के दौरान जिला भर में कुल 4200 लोगों का ब्लड सैंपल लिया जाएगा। प्रत्येक साइट पर रात के 8: 30 से 12 बजे के दौरान 20 वर्ष से अधिक उम्र के कम से कम 300 लोगों का ब्लड सैंपल लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान सबसे जरूरी यह है कि ठीक से ब्लड सैंपल लेकर ठीक से स्लाइड बनायी जाए। फिर कम से कम समय में उसकी जांच पूरी की जाए ताकि माइक्रो फाइलेरिया रेट का ठीक से पता चल सके । उन्होंने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम का रात में ही आयोजन होने का मुख्य उद्देश्य यह है कि रात के 8 : 30 बजे के बाद ही ब्लड में फाइलेरिया का परजीवी सक्रिय रहता है। इस दौरान जांच होने से माइक्रो फाइलेरिया रेट का सही तरीके से पता लगता है। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर के रूप में अजय कुमार, पिरामल के डीपीओ मो. आरिफ, सभी बीसीएम एवम लैब टेक्नीशियन, वेक्टर बोर्न डिजीज सुपरवाइजर मनोज कुमार और पिरामल के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर उपस्थित थे।