– जिले भर में सर्वाधिक मुंगेर शहरी क्षेत्र में हैं कुल 1792 फाइलेरिया रोगी
– एनबीएस रिपोर्ट 2024 के अनुसार मुंगेर जिला में मिले हैं कुल 105 नए फाइलेरिया मरीज
मुंगेर-
नाइट ब्लड सर्वे रिपोर्ट के अनुसार जिले में अभी कुल 6048 फाइलेरिया के मरीज हैं। इसमें हाथीपांव के 5232 और हाइड्रोसिल का 816 केस है। जिले में सर्वाधिक मुंगेर शहरी क्षेत्र में कुल 1792 फाइलेरिया के रोगी है। उक्त आशय कि जानकारी डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे रिपोर्ट 2024 के अनुसार में जिले में कुल 105 फाइलेरिया के नए मरीज मिले हैं। इसमें से टेटिया बंबर प्रखंड में सर्वाधिक 16 नए फाइलेरिया के मरीज मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार पूरे मुंगेर जिला का माइक्रो फाइलेरिया रेट 1.73% है। इसमें से टेटिया बंबर प्रखंड का माइक्रो फाइलेरिया रेट सर्वाधिक 2.6% है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सरकार के द्वारा एमडीए और एमएमडीपी के रूप में ट्विन पिलर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) के तहत साल में एक बार सभी लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाओं के रूप में अल्बेंडजोल और डीईसी दवा आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से सेवन कराया जाता है। इस दौरान दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को फाइलेरिया कि दवा नहीं खिलाई जाती है। मुंगेर जिला में यह कार्यक्रम आगामी 10 फरवरी से शुरू हो रहा है। इसके लिए माइक्रो प्लान भी तैयार कर लिया गया है।
मॉर्बिलिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रिवेंशन (एमएमडीपी) के तहत जिला के लगभग सभी अस्पताल पर एमएमडीपी क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है। यहां पर फाइलेरिया के जानकार डॉक्टर के द्वारा फाइलेरिया रोगियों का हाथीपांव और हाइड्रोसिल का प्रबंधन, एक्यूट अटैक का प्रबंधन करते हुए फाइलेरिया रोधी दवाइयां दी जाती है। इसके अलावा हाथीपांव के गंभीर मरीजों को नियमित साफ सफाई के लिए एमएमडीपी किट का वितरण किया जाता है। इसके अलावा सभी फाइलेरिया के रोगियों को रेगुलर रूप से व्यायाम करने के लिए जागरूक किया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है रेगुलर एक्सरसाइज और साफ सफाई से काफी हद तक फाइलेरिया को कंट्रोल किया जा सकता है।
डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव ने बताया कि आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले एमडीए राउंड को लेकर जिला स्तर पर एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। जिला भर की कुल लक्षित आबादी 14,11,846 को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के लिए कुल 719 टीम का गठन किया गया है। इसके लिए कुल 963 आशा कार्यकर्ता, 221 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 234 वोलेंटियर, 1436 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर और 70 सुपरवाइजर को लगाया जाएगा। एमडीए राउंड को लेकर जिला भर में कुल 35,29,613 टैबलेट डीईसी और 14,11,846 टैबलेट कि आपूर्ति की गई है। उन्होंने बताया कि पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में पिरामल स्वास्थ्य, पीसीआई और सीएफएआर के जिला प्रतिनिधियों का पूरा सहयोग मिल रहा है।