पुलिस की कार्यशैली के प्रति जताया आक्रोश
फैजबाग चौकी प्रभारी के विरुद्ध निकाली भड़ास
शमसाबाद(फर्रुखाबाद),यूपी की आवाज-
पुलिसिया उत्पीडऩ के विरोध में शमसाबाद थाना क्षेत्र के कस्बा फैजबाग में बुधवार को कर्फ़्यू जैसा नजारा था। सभी दुकानें पूरी तरह से बन्द थीं और व्यापारियों में पुलिस के प्रति गुस्सा था। खासकर फैजबाग चौकी प्रभारी की उत्पीडऩात्मक कार्रवाई के प्रति व्यापारियों में खासा गुस्सा था।
जानकारी के अनुसार शमसाबाद थाना क्षेत्र की चौकी फैजबाग में पुलिसकर्मियों की शैली को लेकर कस्बे के व्यापारियों में आक्रोष पनप रहा था। यह आक्रोश बाजार बन्दी के रूप में सामने आया। चोरी की घटनाओं के प्रति पुलिस सम्वेदनहीन बनी हुई थी। चौकी प्रभारी किसी भी चोरी की घटना का पर्दाफाश नहीं कर सके हैं। आरोप है पुलिस कस्बे में छोटे बड़े व्यापारियों का उत्पीडऩ कर उनका शोषण कर रही थी। इस संबंध में भाजपा नेता जय गंगवार के नेतृत्व मे कस्बे के व्यापारियों ने 15 जून को फैजबाग बाजार बंदी का निर्णय लिया था। बाजार बंदी की सूचना उप जिलाधिकारी कायमगंज को ज्ञापन के जरिए दी गई थी। जिलाधिकारी फर्रुखाबाद, एडीजी कानपुर जोन, चिशेष कार्य अधिकारी मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार आदि को भी सूचना भेजी गई थी। बुधवार को प्रस्तावित बाजार बंदी का ऐलान होने के कारण व्यापारियों द्वारा अपने अपने प्रतिष्ठानों को स्वेच्छा से बंद रखकर आक्रोश व्यक्त किया गया।
विदित हो कि शमशाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस चौकी फैजबाग में अंधेरगर्दी का माहौल देखा जा रहा था। उत्पीडऩ संबंधी शिकायतों को लेकर आने वाले फरियादियों के साथ अभद्रता की जा रही थी। यहां तक कि उन्हें उत्पीडऩ की कार्रवाई का शिकार बनाया जा रहा था। यही कारण है पुलिस चौकी फैजबाग में शिकायत करने वाले लोगों की संख्या लगातार कम होती चली गई। अब लोग शिकायतों को लेकर पुलिस चौकी जाना भी नहीं समझते। लोगों का कहना था कहीं ऐसा ना हो हम अपनी शिकायत लेकर पुलिस चौकी में जाएं, पुलिस उल्टा शिकार बनाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे। आरोप है शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव कुइयांधीर, मुजफ्फरपुर पट्टी निवासी एक महिला का परिवार में ही कुछ लोगों से विवाद हो गया था। पूर्व रंजिश के चलते घर में घुसकर लाठी-डंडों से मारपीट किए जाने का आरोप था। जिसकी शिकायत लेकर महिला पुलिस चौकी फैजबाग गयी। आरोप है चौकी प्रभारी फैजबाग द्वारा महिला को न्याय दिलाने की बजाय उसके पुत्रों के साथ मारपीट की गई। इसके बावजूद भी अपराधियों के हौसले बुलंद रहे तो उसने एक बार फिर हिम्मत जुटाकर पुलिस चौकी फैजबाग का सहारा लिया। लेकिन यहां भी उसे फिर पुलिस की मुंह की खानी पड़ी। आरोप है चौकी इंचार्ज द्वारा उसके पुत्रो के साथ गाली गलौज कर मारपीट की गई। कस्बे के व्यापारियों में भी इस बात को लेकर काफी आक्रोश रहा। यहां छोटे-मोटे व्यापारियों का पुलिस कर्मियों द्वारा उत्पीडऩ किया गया परिणाम व्यापारियों में डर का माहौल देखा गया।
कस्बे के व्यापारियों ने भाजपा नेता जय गंगवार के नेतृत्व में व्यापारियों ने बैठक कर बुधवार को बाजार बंदी का निर्णय लिया था। बुधवार की सुबह लगभग सभी दुकानों को बंद देखा गया। दोपहर तक यही स्थिति बनी रही। यहां कस्बे के लोगों द्वारा स्वेच्छा से दुकानें बंद कर विरोध प्रकट किया। उत्पीडऩ के शिकार लोगों का कहना था पुलिस विभाग में बरसों से कुंडली मारे बैठे उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो क्षेत्र में आम लोगों को उत्पीडऩ का शिकार बना रहे हैं। स्थानीय लोगों मामले को गंभीरता से लेकर कार्यवाही की मांग की। वहीं अपना दल के युवा नेता सुमित गंगवार ने कहा जरूरत पड़ी तो क्रमिक अनशन भी किया जाएगा।