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फाइलेरिया जांच के लिए मुंगेर शहर सहित जिला के सभी नौ प्रखंड में 18 से होगा नाइट ब्लड सर्वे 

-18 से 26 दिसंबर के दौरान नाइट ब्लड सर्वे का आयोजन
– सभी जगह बनाया गया है रैंडम और सेंटिनल साइट
– नाइट ब्लड सर्वे में रात के 8 बजे से 20 साल या उससे अधिक उम्र की महिला और पुरुषों का लिया जाएगा ब्लड सैंपल
मुंगेर-
फाइलेरिया जांच के लिए मुंगेर शहरी क्षेत्र सहित जिला के सभी नौ प्रखंड में 18 से 26 दिसंबर के दौरान नाइट ब्लड सर्वे का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सभी जगह रैंडम और सेंटिनल साइट बनाया गया है। यहां रात के 8 बजे से 20 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सामान्य लोगों का ब्लड सैंपल लेकर माइक्रो फाइलेरिया रेट की जांच के लिए भेजा जाएगा। प्रत्येक जगह रैंडम और सेंटिनल दोनो साइट मिलाकर कुल 600 सामान्य लोगों का ब्लड सैंपल  लिया जाएगा। जांच के दौरान लिए गए कुल 600 लोगों के ब्लड सैंपल में से 1% या उससे अधिक माइक्रो फाइलेरिया रेट आने पर पूरे प्रखंड और शहरी क्षेत्र में आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) राउंड के दौरान सभी लोगों को आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से फाइलेरिया की दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा का सेवन कराया जाएगा। इस दौरान 2 वर्ष से कम के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलाई जाएगी।
मुंगेर शहरी क्षेत्र सहित सभी प्रखंडों में बनाया गया है रैंडम और सेंटिनल साइट :
मुंगेर के डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव ने बताया कि जिला में 18 से 26 दिसंबर के दौरान होने वाले नाइट ब्लड सर्वे के लिए सभी जगह सेंटिनल और रैंडम साइट बनाया गया है। मुंगेर शहरी क्षेत्र में  हेरू दियारा, मुंगेर सदर में शंकरपुर, असरगंज में अमैया, बरियारपुर में खरिया, धरहरा में धरहरा, हवेली खड़गपुर में मुजफ्फरगंज, जमालपुर में गढ़ीरामपुर, संग्रामपुर में चंदपुरा, तारापुर में तेघरा और टेटिया बंबर में कलय गांव में सेंटिनल साइट बनाया गया है। इसी तरह से मुंगेर शहरी क्षेत्र में चूआबाग, मुंगेर सदर में नंदलालपुर, असरगंज में धुरिया, बरियारपुर में कल्याणपुर करहरिया, धरहरा में महरणा, हवेली खड़गपुर में सराया, जमालपुर में अदमपुर, संग्रामपुर में भवनचक्का, तारापुर में इब्राहिमपुर और टेटिया बंबर में मंजूरा गांव में रैंडम साइट बनाया गया है। उन्होंने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे को लेकर जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेशन कमेटी (डीसीसी) और प्रखंड स्तर पर ब्लॉक कोऑर्डिनेशन कमेटी (बीसीसी ) मीटिंग आयोजित की जा चुकी है।
नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोग करें सहयोग :
जिला में सोमवार से शुरू हो रहे नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय जनप्रतिनिधि के रूप में मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। ये सभी लोग ग्रामीण स्तर पर लोगों को फाइलेरिया जैसी दिव्यांग बनाने वाली बीमारी से बचने के लिए नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी के लिए जागरूक करें ।  इसके अलावा ग्रामीण स्तर पर समेकित बाल विकास परियोजना के अंतर्गत काम करने वाली सेविका और सहायिका, जीविका से जुड़ी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं, शिक्षक और शिक्षिका सहित अन्य जागरूक लोग लोगों को फाइलेरिया जांच के लिए किए जाने वाले नाइट ब्लड सर्वे के बारे में 20 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को जागरूक करते हुए जांच करवाने के लिए प्रेरित करें। ताकि उस प्रखंड का माइक्रो फाइलेरिया रेट का पता लगाकर वहां के सभी लोगों को आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले एमडीए राउंड के दौरान फाइलेरिया की दवा खिलाई जा सके । उन्होंने बताया कि फाइलेरिया जांच के लिए रात में ही ब्लड सैंपल लेने की मुख्य वजह यह है कि रात में ही लोगों के शरीर में माइक्रो फाइलेरिया एक्टिव रहता है।

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