देश-दुनियाँ

सीएनआई पूरी तरह से अवैध, वह केवल ज़मीने बेंच रही है-मधुलिका जवायसे

 

सुप्रीम कोर्ट ने भी सीएनआई को अवैध घोषित कर रखा है
नई दिल्ली-

एँगलिकन चर्च आफ इण्डिया की सचिव मधुलिका जवायसे ने आज यहाँ कहा कि चर्च आफ नार्थ पूरे देश में crischiyan समाज को बदनाम कर रहा है। एँगलिकन चर्च की ज़मीनो को देश भर में सीएनआई बेच रही है जिस पर रोक लगनी चाहिये। ज़मीन बेचने और करेप्शन के आरोप में सीएनआई के हेड पी सिंह इस समय जेल में हैं।
प्रेस क्लब आफ इण्डिया में प्रेस कान्फ्रेंस में मधुलिका जवायसे ने कहा कि हमारा संगठन अंगरेजो के समय से ही देश में एजुकेशन और हेल्थ सेक्टर में कार्य कर रहा है। तीन साल बाद हमारी जनरल काउंसिल दिल्ली में हुई है। काउंसिल में तय किया गया है कि ग़रीबों के लिये जिस तरह हम पहले कार्य करते थे उसी गति से उसे आगे बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि सीएनआई की ग़लत गतिविधियों की वजह से एँगलिकन चर्च आफ इंडिया की बदनामी हो रही है। वह ज़मीन बेचने के कार्य में लगे हैं। इसके ख़िलाफ़ हम लोग सुप्रीम कोर्ट भी गये। सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में सीएनआई को इनलिगल बाडी माना है। इसके बाद भी उनके लोग ग़लत तरीक़े से कार्य कर रहे हैं। मधुलिका ने कहा कि हम सरकार के साथ मिलकर कार्य करते हैं। इस चर्च ने पूरी दुनिया में भारत का नाम किया क्यूँकि हमारे विशप सैम्युएल पीटर प्रकाश पूरी दुनिया के चर्च के हेड रहे हैं। पाँच साल तक उसका दफ़्तर भारत में रहा। देश भर में जो हमारे स्कूल कालेज हैं उनमे से कई पर CNI ने क़ब्ज़ा कर लिया है। उसको अपने क़ब्ज़े में लेने के लिये हम लोग क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। ग्रेबयार्ड को लेकर भी सीएनआई पैसे के रही है लखनऊ और दिल्ली में यह शिकायतें मिली हैं। हमारे समुदाय के लोग यह जान लें कि किसी को भी ग्रेबयार्ड के लिये पैसे देने की ज़रूरत नही हैं।
मधुलिका ने कहा कि हमारे समुदाय के लोगों को कई जगह पर चर्च में जाने से रोका जा रहा है जो पूरी तरह ग़लत है। चर्च भगवान का घर है कोई भी विशप और पादरी किसी को भी वहाँ पर जाने से रोक नही सकता है। एक सवाल के जवाब में मधुलिका ने कहा कि 1970 में सीएनआई का गठन ग़लत तरीक़े से किया गया। यह ग़लत कहते हैं कि वह सात संगठन मिलकर बने हैं। सुप्रीम कोर्ट में 15 साल तक केस चला और यह मर्जर नही दिखा पाये। जिसकी वजह से इन्हें अवैध बाडी बताया। हमारा चर्च अंग्रेज के जमाने से है और हमने किसी भी तरह का मर्जर नही किया। सेंट थामस कालेज और सेंट स्टीफ़न कालेज दिल्ली का एँगलिकन चर्च का है। सीएनआई ने ग़लत तरीक़े से इस पर क़ब्ज़ा कर लिया है। हम लोग इसे लेकर कोर्ट में क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारे स्कूल सैंकड़ों साल पुराने हैं। एक सवाल के जवाब में मधुलिका ने कहा कि हम लोग धर्मान्तरण नही करते हैं। यह राजनीतिक मुद्दा हो सकता है।कोई भी धर्म परिवर्तन करवा रहा है तो यह पूरी तरह ग़लत है।
उन्होंने कहा कि सीएनआई के ख़िलाफ़ हम लोगों ने ईओडबल्यू में भी शिकायत है। पी सी सिंह का हमारी संस्था से कोई लेना देना नही है। उन्होंने अरबों रुपये का चर्च में घोटाला किया जिसके बारे में हमने सरकार को बताया है। हमारी शिकायत पर ही उन्हें जबलपुर में गिरफ़्तार किया गया है। मध्य प्रदेश ईओडबल्यू इसकी जाँच कर रही है। प्रेस कान्फ्रेंस में चर्च के मेट्रोपॉलिटन सैम्युएल पीटर प्रकाश, विशाप जान आशीष, विशप हैंड्रिक जेम्स और विशप डैनियल मसीह मौजूद थे।

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