देश-दुनियाँ

जनसंख्या वृद्धि से होने वाली परेशानियों और परिवार नियोजन से मिलने वाली खुशियों के प्रति दंपतियों को करें जागरूक : सिविल सर्जन

 

– मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा 13 से 25 मार्च तक चलेगा
-सिविल सर्जन, डीपीएम सहित कई अधिकारियों ने किया पखवाड़ा का उद्घाटन
: एएनएम स्कूल की छात्राओं के द्वारा निकाली गई जागरूकता रैली,सिविल सर्जन और डीपीएम ने दिखाई हरी झंडी

मुंगेर-
जनसंख्या वृद्धि से होने वाली परेशानियों और परिवार नियोजन से मिलने वाली खुशियों के प्रति दंपतियों को जागरूक करें । उक्त बात सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में 5 से 25 मार्च तक चल रहे मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत सोमवार से 25 मार्च तक चलने वाले परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन डॉ.पीएम सहाय ने कही। उन्होंने बताया कि जिस तरह से देश में जनसंख्या का विस्फोट होता रहा है, इस स्थिति में आने वाले दिनों में लोगों को रहने के लिए जमीन की काफी किल्लत होने वाली है। बावजूद इसके परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन को अपनाकर जनसंख्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। इसमें आप सभी लोग अपने परिवार और समाज में उत्प्रेरक की भूमिका निभाते हुए जनसंख्या वृद्धि से होने वाली परेशानियों और परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों के इस्तेमाल से मिलने वाली खुशियों के प्रति दंपतियों को जागरूक कर सकते हैं।
इस अवसर पर डीपीएम फैजान आलम अशर्फी, डीसीएम निखिल राज, डीडीए सुशील कुमार, एएनएम स्कूल की प्रभारी प्राचार्य रागिनी कुमारी, फैमिली प्लानिंग काउंसलर योगेश कुमार, जिला स्वास्थ्य समिति से डॉ सामंत मनीष देव, सुजीत कुमार, पीएसआई से कौशल किशोर, मुंगेर अर्बन हेल्थ कंसल्टेंट संदीप कुमार सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा के दौरान महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए मिला है 1000 का लक्ष्य :
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम ) फैजान आलम अशर्फी ने बताया कि परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा के दौरान महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए 1000 का लक्ष्य मिला है। उन्होंने बताया कि निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए चिह्नित लोगों तक पहुंच कर उन्हें परिवार नियोजन के साधन अपनाने से होने वाले आर्थिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य और जीवन स्तर में होने वाले सभी सकारात्मक परिवर्तन के बारे में समझाते हुए परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन अपनाने पर सरकार के द्वारा लाभार्थी और उसके उत्प्रेरक को मिलती है सहायता राशि :
जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन अपनाने पर सरकार के द्वारा लाभार्थी और उसके उत्प्रेरक को सहायता राशि मिलती है। उन्होंने बताया कि महिला बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को 2000 और उसके उत्प्रेरक को 300 रुपया मिलता है। वहीं प्रसव के बाद सात दिनों के अंदर महिला बंध्याकरण करवाने पर लाभार्थी को 3000 और उसके उत्प्रेरक को 400 रुपया मिलता है। इसके अलावा पुरुष नसबंदी करवाने पर लाभार्थी को 3000 और उसके उत्प्रेरक को 400 रुपया मिलता है। परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में कॉपर टी लगवाने पर लाभार्थी को 300 रुपया और एमपीए (अंतरा) इंजेक्शन लगवाने पर 100 रुपया की सहायता राशि मिलती है।

सदर अस्पताल में कार्यरत परिवार नियोजन परामर्शदाता योगेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल मुंगेर सहित जिला के सभी सरकारी अस्पताल में परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के साथ- साथ महिलाओं को कॉपर टी लगाने की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा गर्भ निरोधक सुई अंतरा, गर्भ निरोधक गोलियां, कंडोम(निरोध) सहित दैनिक गर्भ निरोधक गोली निरोधक गोली(माला एन) , आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (ईजी पिल )और साप्ताहित गर्भ निरोधक गोली (छाया) निःशुल्क उपलब्ध हैं । ये गोलियां और कंडोम आरोग्य दिवस और आशा कार्यकर्ता के पास भी उपलब्ध रहता है।

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Ad