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बुखार की चपेट में रोशनाबाद, दो की मौत, स्वास्थ्य विभाग बेखबर

यूपी की आवाज

शमसाबाद(फर्रुखाबाद)। शमसाबाद विकास खण्ड का गाँव रोशनाबाद इन दिनों विचित्र बुखार की चपेट में है। इस बुखार ने दो लोगों की जानें ले ली हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग मौन है। अब तक कोई कारगर कदम स्वास्थ्य महकमे की ओर से नहीं उठाए गए हैं।
शमसाबाद का तराई इलाका बाढ़ की चपेट में है। मच्छरों की फौज ने पूरे विकास खण्ड पर कब्जा जमा लिया है। न ही कहीं फॉगिंग होती है और न ही कहीं कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव। जिसका कारण है मलेरिया, डेंगू, बुखार ने क्षेत्र को चपेट में ले लिया है। विकास से कोसों दूर रोशनाबाद भी बीमारियों की चपेट में आ गया है। स्वास्थ्य सेवाओं की कमी से जूझते इस छोटे से कस्बे में जो भी चिकित्सक हैं उनके क्लीनिक पर भीड़ लगी रहती है। झोला छाप चिकित्सकों की पौ बारह है। आलम यह है कि बुखार से एक महिला व एक किशोरी की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी बुखार गांव में लगातार फैल रहा है। बुखार की बीमारी से ग्रामीण परेशान है। कुछ पीडि़त ग्रामीण क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टरों से इलाज करा रहे हैं और कुछ फर्रुखाबाद तथा कुछ कानपुर में भर्ती हैं। कुछ दिन पूर्व 15 वर्षीय एक छात्रा काशिफा पुत्री शहरुद्दीन की डेंगू बुखार से मौत हो गयी थी। बीते गुरुवार को रैना देवी पत्नी वीरपाल उम्र 40 वर्ष की बुखार से मौत हो गई। गांव में दो मौत के बाद गांव के ग्रामीण भयभीत हैं। कई लोग कानपुर में भर्ती हैं, तो कई लोग फर्रुखाबाद में और कुछ बीमार लोग झोलाछाप पर इलाज कराने को मजबूर हैं। जिसमें ग्राम प्रधान पुष्पांजलि और उनके पति सुदेश गंगवार भी बुखार से पीडि़त हैं और गांव में विनीत कुमार, नन्हीं पत्नी रतीराम, गुडिय़ा पुत्री देव प्रकाश, मनोज कुमार, अरविंद कुमार, ममता देवी, श्यामवीर, सनी, रिया पुत्री अवधेश, अवधेश सैनी, ऋषि सैनी, शिवानी सहित एक सैकड़ा लोग बुखार से पीडि़त हैं।
20 दिनों से बुखार क्षेत्र में तांडव मचा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से बेखबर है। जब प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सरवर इकबाल से इस सम्बन्ध में यूपी की आवाज ने वार्ता की तो उन्होंने बताया आज रविवार को टीम भेजकर कैंप लगाया जायेगा।

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