सेहत

फाइलेरिया की दवा खाने से इंकार करने वाले और छूटे हुए लोगों को दवा खिलाने के लिए एक सप्ताह का चलेगा मॉप अप राउंड 

– विगत 10 फरवरी से शुरू हुए 17 दिवसीय सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए अभियान) का हो चुका है समापन
– जिला मुख्यालय स्थित आईटीसी डेयरी फैक्टरी में 250 से अधिक कर्मियों को खिलाई गई  फाइलेरिया कि दवा
मुंगेर-
फाइलेरिया कि दवा खाने से इंकार करने वाले और छूटे हुए लोगों को दवा खिलाने के लिए एक सप्ताह का चलेगा मॉप अप राउंड। इस आशय कि जानकारी गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी के निर्देशानुसार विगत 10 फरवरी से जिला भर में   राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 17 दिवसीय सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए राउंड) पूर्ण हो चुका है। अभियान के शुरुआती तीन दिनों तक जिला भर के स्कूलों में बूथ लगाकर बच्चों और शिक्षकों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन कराया गया था। इसके बाद अगले 14 दिनों तक आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से घर- घर जाकर दो वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा का सेवन कराया गया। 17 दिवसीय एमडीए राउंड के पूरा होने के बाद  अगले एक सप्ताह तक जिला भर में मॉप अप राउंड चलाया जाएगा। इस दौरान छूटे हुए, बचे हुए लोगों के साथ- साथ मास लेवल पर दवा सेवन करने से इंकार करने वाले लोगों और छूटे हुए क्षेत्र में जाकर लोगों को आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा अपने सामने फाइलेरिया रोधी दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा का सेवन कराया जाएगा। जिला भर के वैसे लोग जो किसी कारणवश अभी तक फाइलेरिया कि दवा का सेवन नहीं कर पाए हैं वो सभी लोग जब उनके पास दवा सेवन करवाने के लिए आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जायेगी तो निश्चित रूप से फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करें ताकि भविष्य में आप सभी फाइलेरिया जैसी स्थाई रूप से दिव्यांग बनाने वाली बीमारी से खुद को सुरक्षित कर सकें। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया कि दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।
आईटीसी मुंगेर डेयरी के 250 से अधिक कर्मियों ने खाई फाइलेरिया रोधी दवा :
डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कि सहयोगी संस्था पीसीआई और पिरामल स्वास्थ्य के सहयोग से जिला मुख्यालय स्थित आईटीसी डेयरी फैक्ट्री के 250 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को फाइलेरिया रोधी दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा का सेवन करवाया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बाल सुधार गृह में 60 से अधिक बच्चों और अधिकारियों को, जीएनएम स्कूल में 40 से अधिक छात्र- छात्राओं और कर्मचारियों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया गया। उन्होंने बताया कि धरहरा के ब्लॉक हेल्थ मैनेजर राजेश कुमार के सहयोग से 100 से अधिक लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाई गई। उन्होंने बताया कि एमडीए राउंड के मॉप अप राउंड के दौरान जिला मुख्यालय स्थित डीजे कॉलेज, बीआरएम और जेआरएस कॉलेज में छात्र- छात्राओं सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी को स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा फाइलेरिया कि दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारी से बात की गई है। इसके अलावा उन सभी स्थानों पर जहां लोगों ने दवा खाने से इंकार कर दिया था या जहां लोग दवा खाने से छूट गए हैं वहां लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाई जाएगी।

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