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संत रविदास ने पराधीनता को सबसे बड़ा पाप कहा था: प्रधानमंत्री मोदी

  • सौ करोड़ की लागत से बनने वाले संत रविदास मंदिर का भूमिपूजन
  • भारतमाला परियोजना में 1582.28 करोड़ की दो सड़कों का शिलान्यास
  • 2500 करोड़ की लागत से बने कोटा-बीना रेलमार्ग दोहरीकरण का लोकार्पण
यूपी की आवाज

सागर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब हमारी आस्था पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब संत रविदास ने मुगलों के कालखंड में कहा था कि पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता। एक तरह से उन्होंने समाज को गुलामी से लड़ने की प्रेरणा दी।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को मध्य प्रदेश प्रवास के दौरान सागर के बड़तूमा में 100 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले संत रविदास मंदिर के भूमिपूजन के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में एनएचएआई की भारतमाला परियोजना के अंतर्गत 1582.28 करोड़ की लागत की दो सड़कों का शिलान्यास किया। इसके साथ ही ढाई हजार करोड़ की लागत से बने कोटा-बीना रेलमार्ग के दोहरीकरण का लोकार्पण भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रविदास ने दोहे में कहा था- ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ों सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न। आज हमने देश को इसी दिशा में ले जाने का प्रयास किया है। कोरोना के समय जब सारी व्यवस्थाएं चरमरा गईं। गरीबों के लिए लोग सोच रहे थे कि समाज का यह तबका कैसे रह पाएगा, तब मैंने सोचा था कि मैं अपने भाई-बहनों को भूखे पेट नहीं रहने दूंगा। मैं जानता हूं कि भूख क्या होती है, मैं आपके ही परिवार का सदस्य हूं।

स्वास्थ्य के लिए सरकार कर रही काम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए इंद्रधनुष अभियान चलाया जा रहा है। बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हम सिकल-सेल से मुक्ति के लिए अभियान चला रहे हैं। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए काम हो रहा है। सबसे ज्यादा गरीब परिवार ही इन बीमारियों के शिकार होते थे। अगर इलाज की जरूरत होती है तो आयुष्मान योजना के जरिए अस्पतालों में मुफ्त इलाज होता है। लोग कहते हैं कि मोदी कार्ड मिल गया है, पांच लाख रुपये तक का इलाज इससे मिलता है।

हमारी सरकार पिछड़ों और वंचितों को दे रही सम्मान

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज करीब 90 वन उत्पाद को एमएसपी का लाभ मिल रहा है। कोई भी वंचित पिछड़ा नहीं रहे। बिजली और पानी कनेक्शन भी मुफ्त दिया जा रहा है। एसटी-एससी समाज के लोग आज अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं। सागर एक ऐसा जिला है जिसकी पहचान लाखा-बंजारा जैसे वीर से भी होती है। उन्होंने सबसे पहले पानी की अहमियत को समझा। जिन्होंने इतने वर्षों तक सरकारें चलाई उन्होंने गरीबों को पानी देने की कोशिश भी नहीं की। आज पिछड़े इलाकों में पाइप से पानी पहुंच रहा है। हर जिले में 75 अमृत सरोवर भी बनाए जा रहे हैं। हमारी सरकार पिछड़ों और वंचितों को सम्मान दे रही है।

बुंदलखंड और सागर के लिए आज सौभाग्य का दिन: शिवराज

इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बुंदेलखंड व सागर के लिए सौभाग्य का दिन है कि प्रधानमंत्री यहां आए हैं। रविदास जयंती के दिन सागर के बड़तूमा में मंदिर बनाने का निर्णय लिया था। यहां उनका दिव्य एवं भव्य मंदिर बनने वाला है। वह भारत को जोड़ने वाले संत थे। कोई छोटा नहीं, बड़ा नहीं। भक्ति कैसे करें, कर्म कैसे करें- उसका संदेश दिया। आने वाली पीढ़ियां भी संत रविदास महाराज के संबंध में जानेंगी और उनके बताए मार्ग पर चलेंगी। उनके बताए मार्ग पर प्रधानमंत्री भी चल रहे हैं।

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