मऊ। चुनाव आयोग ने घोसी में रिक्त सीट पर उपचुनाव के लिए तिथि की घोषणा करते ही सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। 5 सितम्बर, 2023 को मतदान होगा, जबकि 8 सितम्बर को मतगणना होगी।
इस विधानसभा से समाजवादी पार्टी से दारा सिंह चौहान 2022 में चुनाव जीते थे। हाल ही में भाजपा में शामिल होने के बाद विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने के कारण यह सीट रिक्त हुई है। चुनाव की तारीखों के एलान के बाद ही नेताओं की अग्नि परीक्षा का भी समय आ चुका है। जीत और सत्ता की जुगत में सभी नेताओं ने अपनी विसात बिछानी शुरू कर दी है।
2022 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से दारा सिंह चौहान को 1 लाख 8430 मत मिला था, वहीं भाजपा से विजय राजभर को 86214 मत प्राप्त हुए थे। तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी से वसीम इकबाल 54248 मत मिला था। दारा सिंह 22216 मतों से जीत दर्ज कराई थी। 2023 के अनुमानित जनसंख्या घोसी विधान सभा में 7 लाख 2 हज़ार 235 है। 355 859 पुरुष, 346376 महिला जनसंख्या है।
घोसी विधानसभा सीट पर यह दूसरा मौका उपचुनाव का है। इसके पहले 2017 में चुनाव जीते बीजेपी विधायक फागू चौहान को केंद्र सरकार ने 2019 में बिहार का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया था। इसके चलते प्रथम बार यहां उपचुनाव हुआ था। उस उपचुनाव में भाजपा के विजय राजभर चुनाव जीते थे। अब दूसरी बार है विधायक दारा सिंह चौहान के विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने के कारण उपचुनाव होने जा रहा है।
इस सीट पर जाति समीकरण की मानें तो सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदायों के लोग लगभग 1 लाख, 10 हज़ार मुस्लिम मतदाता हैं, दलित 70 हजार, यादव 50 हज़ार, राजभर 60 हज़ार, चौहान 46 हज़ार, क्षत्रिय 15 हजार, ब्राह्मण 12 हज़ार व अन्य सभी जातीयां हैं।
उल्लेखनीय है कि ओमप्रकाश राजभर की भारतीय सुहेलदेव पार्टी भी भाजपा गठबंधन में शामिल हो गई है। इस सीट पर सीधा सीधी टक्कर भाजपा और समाजवादी पार्टी से होनी की उम्मीद है।