– फाइलेरिया उन्मूलन • पटना से आई डब्ल्यूएचओ की टीम के साथ स्थानीय जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने किया पर्यवेक्षण
– जिले के सभी प्रखंडों में 10 फरवरी से चल रहा है सघन एमडीए अभियान
बाँका-
जिले के सभी प्रखंडों में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर विगत 10 फरवरी से सघन एमडीए (सर्वजन दवा सेवन) अभियान चल रहा है। हर हाल में अभियान को सफल बनाने के लिए जहाँ स्वास्थ्य टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को एल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा का सेवन कराई जा रही है। वहीं, जिले भर में चल रहे अभियान का प्रखंड से लेकर जिला स्तर के पदाधिकारी नियमित तौर पर पर्यवेक्षण कर रहें हैं और अभियान में शामिल टीम को शत-प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक और जरूरी निर्देश दे रहें हैं। ताकि शत-प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन कराई जा सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। इसी कड़ी में बुधवार को पटना से आई डब्ल्यूएचओ की में शामिल डब्ल्यूएचओ के स्टेट कोर्डिनेटर (एनटीडी) डाॅ. राजेश कुमार, डाॅ. विकास कुमार के साथ भीडीसीओ मो. आरिफ इकबाल के नेतृत्व में जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा कटोरिया, पुंसिया, रजौन, धौरैया समेत विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न गाँवों में चल रहे एमडीए अभियान का पर्यवेक्षण किया गया एवं मौजूद स्वास्थ्य टीम से अभियान से संबंधित विस्तृत जानकारी ली गई। साथ ही अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक और जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। इस मौके पर पिरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर मयुक कुमार, डीपीओ धीरज कुमार सिंह, एसडीसी राकेश कुमार, पीसीआई के डीएमसी आकाश रंजन, रजौन पीएचसी के बीसीएम विशुनदेव कापरी आदि मौजूद थे।
– आकांक्षी प्रखंडों में 90 प्रतिशत लोगों को कराया जाएगा का दवाई का सेवन :
भीडीसीओ मो. आरिफ इकबाल ने बताया, जिले के आकांक्षी प्रखंडों में शामिल चांदन, कटोरिया, शंभुगंज प्रखंडों में 90 प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसे हर हाल में पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर प्रयासरत है एवं अभियान में शामिल टीम भी पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। इसके अलावा प्रखंड से लेकर जिला स्तर के पदाधिकारियों द्वारा लगातार मानिटरिंग भी की जा रही है। ताकि हर हाल में निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जा सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, अभियान को हर हाल में सफल बनाने के लिए आईसीडीएस, जीविका समेत अन्य सभी विभागों का भरपूर साकारात्मक सहयोग मिल रहा है। इसके अलावा पिरामल फाउंडेशन, पीसीआई, सीफार समेत अन्य सहयोगी स्वास्थ्य संगठन का भी लगातार साकारात्मक सहयोग मिल रहा है। एडवर्स इफेक्ट से आन द स्पॉट निपटने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में रेपिड रिस्पांस टीम भी काम कर रही है। ताकि दवाई से सेवन से अगर किसी को किसी भी प्रकार परेशानी होती है तो, उसे तुरंत दूर किया जा सके।
– भूखे पेट नहीं खाएं दवा : मो. आरिफ इकबाल ने बताया, अभियान के दौरान लोगों को गाइडलाइन का पालन के साथ स्वास्थ्य टीम द्वारा दवाई खिलाई जा रही है। किन्तु, सभी लोग इस बात का भी ख्याल रखें कि भूखे पेट किसी भी कीमत पर दवाई नहीं खाना है। आवश्यकतानुसार दवाई सेवन के पश्चात 20 मिनट तक मेडिकल टीम की निगरानी में रहें। वहीं, उन्होंने ने कहा, मैं सभी लोगों से अपील करता हूँ कि खुद तो दवाई का सेवन करें ही, साथ ही अपने परिवार और समाज के लोगों को भी दवाई का सेवन के लिए प्रेरित करें। तभी इस बीमारी को स्थाई रूप से मात दी जा सकती है और सामुदायिक स्तर पर लोग सुरक्षित होंगे।