– मुंगेर और शेखपुरा जिला में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया गया है लॉन्च एमपीए सबकुटेनियस
– सदर अस्पताल , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस पर मिलेगी सुविधा
मुंगेर-
गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित एक निजी होटल के सभागार में सिविल सर्जन डॉ. पी.एम. सहाय, एसीएमओ डॉ आनंदशंकर शरण सिंह, पीएसआई के स्टेट हेड मनीष सक्सेना, मास्टर ट्रेनर डॉ नूर फातिमा और डीसीएम निखिल राज के द्वारा संयुक्त रूप से परिवार नियोजन के नए साधन एमपीए सबकुटेनियस को लॉन्च किया गया। इस अवसर पर पी.एस.आई. इंडिया के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर के रूप में मौजूद डॉ नूर फातिमा ने सदर अस्पताल मुंगेर, रेफरल अस्पताल तारापुर, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबन्धक, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबन्धक, प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक, परिवार नियोजन सलाहकार, स्टाफ नर्स, सी.एच.ओ. को परिवार नियोजन के नए साधन एम.पी.ए. सबकुटेनियस के इस्तेमाल करने सहित कई तकनीकी बातों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यशाला के प्रारम्भ में सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय ,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आनंद शंकर शरण सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक मो. फैजान आलम अशरफी,पी.एस.आई. इंडिया के स्टेट हेड मनीष सक्सेना के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया । कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में मौजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह रेफरल अस्पताल बरबीघा की मेडिकल ऑफिसर डॉ. नूर फातिमा के द्वारा एम.पी.ए. सबकुटेनियस पर पी.पी.टी. के माध्यम से विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के साधन के रूप में एम.पी.ए. इंट्रामस्कुलर जो अंतरा इंजेक्शन के रूप में दिया जा रहा था, उसी को अब सबकुटेनियस के रूप में दिया जाएगा। दोनों के फायदे और प्रभाव भी समान हैं। किन्तु अंतरा के मामले में सबकुटेनियस अधिक सुविधाजनक है। अंतरा में 150 मिली ग्राम में दवाई आती थी,पर सबकुटेनियस 104 मिली ग्राम में प्री-लोडेड दवाई डी जाएगी । जिसे लाने, ले जाने में आसानी होगी और इसे देना भी आसान है । उन्होंने बताया अंतरा इंजेक्शन महिला की मांसपेशी में दी जाती है। इसको मांसपेशी और स्किन के बीच में देनी है। इसमें दवाई पहले से लोडेड होता है।यह देने और लाने -ले जाने में आसान है। इसके लिए आशा और लाभार्थी के लिए प्रोत्साहन राशि समान रखी गई है। इसे कोई भी महिला जो बच्चों में अंतर रखना चाहती, अपना सकती है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय ने बताया कि परिवार नियोजन के नए साधन के लिए भारत सरकार के द्वारा बास्केट ऑफ च्वाइस का विस्तार करते हुए एम.पी.ए. सबकुटेनियस को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बिहार के दो जिला मुंगेर और शेखपुरा में शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि एमपीए सबकुटेनियस का इस्तेमाल बहुत ही आसान है। यह स्लो रिलीज काम करेगा। इसके इस्तेमाल से तीन महीना तक निश्चित रूप से गारंटी के साथ फ्री रहेंगे। इसका डोज भी कम होगा । इसके इस्तेमाल के लिए प्रचार- प्रसार के साथ काउंसलिंग की भी आवश्यकता है। इसमें पी.एस.आई. इंडिया का तकनीकी सहयोग भी मिलता रहेगा।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम प्रबन्धक मो. फैजान आलम अशरफी ने बताया कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि भारत सरकार ने परिवार नियोजन के लिए बास्केट ऑफ़ च्वाइस के तहत एम.पी.ए. सबकुटेनियस के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुंगेर जिला का चयन किया है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी जरूरी है। क्योंकि आज भी परिवार में सभी फैसले पुरुष ही करते हैं,जबकि परिवार नियोजन संबंधी वार्ता केवल महिलाओं तक सीमित है।
परिवार में परिवार नियोजन पर, बात कर जागरूकता करना जरूरी है । ताकि महिलाएं अपने अधिकार को जानें और साधन के लिए आगे आएं। इसके लिए विभिन्न माध्यमों से प्रचार- प्रसार करना अति आवश्यक है l
– एमपीए सबकुटेनियस का शारीरिक दुष्प्रभाव नहीं: मनीष सक्सेना
पीएसआई इंडिया के स्टेट हेड मनीष सक्सेना ने बताया कि अंतरा के नये रूप और सरल साधन एमपीए एससी का शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। उन्होंने बताया कि मुंगेर जिला में अंतरा इंजेक्शन का रेशियो बहुत ही अच्छा रहा है। इसी के मद्देनजर एमपीए सबकुटेनियस के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मुंगेर जिला का चयन किया गया है। प्रशिक्षण के उपरांत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाल दरवाजा में सेवा की शुरुआत करते हुए मिर्ची तालाब निवासी देवन यादव की पत्नी तिला देवी को एमपीए सबकुटेनियस इंजेक्ट किया गया।