रोशनी NGO का महिला सशक्तिकरण पर कार्यक्रम, महिला की याद में महिलाओं का सम्मान
नई दिल्ली-
महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाले रोशनी NGO ने दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशनल क्लब में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित, GIWA-ग्रेट इंडियन विमेन अवॉर्ड से सम्मानित, गुजराती भाषा की विशेषज्ञ, न्यूमरोलॉजिस्ट और लेखक श्रीमती संगीता शुक्ला ने नारी शक्ति पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, रोशनी NGO अपनी रोशनी से हज़ारों-लाखों महिलाओं को आगे बढ़ाने और नई राह दिखाने का प्रयास कर रहा है। महिलाओं को समान अधिकार और अवसर देना ही महिला सशक्तिकरण है।
विकासशील भारत में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर श्रीमती संगीता शुक्ला ने कहा, “आज कोई क्षेत्र में ऐसा नहीं है जिसमें महिलाएं काम नहीं कर रही हैं। अतीत के विपरीत, आज महिलाएं अपने और अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए काम करने और जीविका कमाने के लिए अपने घरों से बाहर जाती हैं। महिलाएं पायलट बनकर फाइटर प्लेन चला रही हैं। शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, राजनीति कोई भी क्षेत्र हो, महिलाएं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। महिलाएं पूरी मेहनत से अपने सपनों को साकार कर रही है। आधुनिक समाज महिलाओं के अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हो रहा है, जिससे इस क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और अन्य संगठनों की संख्या में वृद्धि हुई है।”
एक सशक्त नारी ही सशक्त समाज की नींव होती है इस बात पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति के समर्थन की आवश्यकता है। देश भर में कई सरकारी योजनाएं मौजूद हैं, लेकिन वे तभी प्रभावी होंगे जब हम अन्य महिलाओं को उनके बारे में बताएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि वे उनका लाभ उठाएं।
श्रीमती संगीता शुक्ला जानी-मानी न्यूमरोलॉजिस्ट भी हैं। उन्होंने बताया कि आने वाला नया साल 2024, का कुल 8 है। यह साल शनि का होता है यानि अगला साल एक कर्म प्रधान वर्ष होगा। आप जैसा कर्म करेंगे आपको उसका वैसा ही फल मिलेगा।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने ये कहा कि एक सशक्त महिला अपने परिवार और समुदाय को सशक्त बनाती हैं। वो आगे बढ़ती है तो परिवार ही नहीं पूरा देश आगे बढ़ता है।
इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य महिलाएं एवं रोशनी NGO से जुड़ी महिलाएं शामिल हुईं। कार्यक्रम के अंत में कुछ महिलाओं को विषम परिस्थितियों के बावजूद दूसरों के लिए प्रेरणा बनने के लिए सर्टिफिकेट और पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि रोशनी NGO पिछले 10 साल से देश की गरीब, वंचित महिलाएं, बच्चों और वृद्ध महिलाओं के लिए लगातार काम कर रहा है। यह कार्यक्रम स्वर्गीय संतोष कोचर की याद में आयोजित किया गया था जो एक स्वयंसेवी थी और उन्होंने गरीब महिलाओं की शिक्षा, उद्यमिता और स्वास्थ्य के लिए बहुत काम किया था। उन्होंने स्वर्गीय ये शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कौशल विकास और रोज़गार से जुड़े कई कैंपेन का आयोजन करके महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और अपने पारिवारिक हालातों को बेहतर बनाने में सहायता कर रहा है। ‘प्रोजेक्ट कुसुम’, ‘प्रोजेक्ट अमृत’ और ‘कुशल नारी सफल नारी’ जैसे कई कैंपेन के माध्यम से रोशनी NGO महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम कर रहा है।