– अहमदाबाद स्थित सत्य साई हृदय रोग अस्पताल में निः शुल्क हुआ ईलाज
– आरुष के ऑपरेशन के लिए उसके माता – पिता के साथ राज्य सरकार के सहयोग से हवाई जहाज द्वारा गया अहमदाबाद
मुंगेर-
राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत हुए हृदय के ऑपरेशन के बाद आज एक सामान्य बच्चे कि तरह स्वस्थ्य जिंदगी जी रहा है 4 वर्षीय आरुष रॉय । 8 नवंबर 2023 को गुजरात के अहमदाबाद स्थित सत्य साई अस्पताल में आरुष रॉय का निः शुल्क ऑपरेशन हुआ था । मुंगेर जिला के जमालपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत हेरू दियारा गांव निवासी अनिल कुमार और कल्पना कुमारी का चार वर्षीय पुत्र आरुष रॉय को जन्म से ही हृदय में छोटा सा सुराग था। इसका पता उन्हे तब चला जब जन्म के एक महीने के बाद बच्चे में सर्दी खांसी का लक्षण दिखने के बाद शिशु रोग विशेषज्ञ के सलाह पर उसका इको कार्डियो ग्राफ (इको) कराया गया। बच्चे के पिता अनिल कुमार ने बताया कि इको कार्डियो ग्राफ (इको) रिपोर्ट को देखने के बाद शिशु रोग विशेषज्ञ के द्वारा हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलकर बच्चे का इलाज करवाने कि सलाह दी गई। फिर पटना के एक प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर के द्वारा कुछ दवाइयां देते हुए कहा गया की बच्चे का उम्र 4 वर्ष होने पर ऑपरेशन करवाना जरुरी है । उक्त डॉक्टर ने बताया की आरुष के दिल ऑपरेशन में 5 से 6 लाख रुपए तक खर्च होगें । आरुष के पिता ने बताया की इतना खर्च कहाँ से हमलोग करेंगे इस बात से मेरे साथ पूरा परिवार परेशान रहने लगा । इस उधेड़बुन के बीच हमलोगों ने दुसरे राज्य के अस्पताल में भी अपने बच्चे के सफल ईलाज कराने की कोशिश की पर कामयाब नहीं हो सका । फिर मुझे धहररा निवासी नवल किशोर मेहता ने बताया मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत सरकार के स्तर पर अहमदाबाद में निः शुल्क ऑपरेशन किया जाता है।
नवल किशोर मेहता बताते हैं की इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में एक दैनिक अख़बार के माध्यम से जानकारी मिली थी । इसके बाद अनिल मुंगेर सदर अस्पताल जाकर राष्टीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉक्टर बिंदू और डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर के ऑफिसर निशांत जी से मिले एवं उनका का परामर्श लिया साथ ही डीईआईसी जाकर निशांत जी से मिला । उन्होंने विस्तारपूर्वक मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत हृदय रोग से पीड़ित बच्चे का राज्य सरकार के द्वारा अहमदाबाद स्थित सत्य साई हृदय रोग अस्पताल ले जाकर निः शुल्क ऑपरेशन करवाने से संबंधित सारी जानकारी बताई गई। अनिल बताते है की 23 अगस्त 2022 को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एंबुलेंस से बच्चे कि बिमारी की स्क्रीनिंग और फिर 14 सितंबर 2022 को इको के लिए पटना स्थित आईजीएमएस भेजा गया वहां सत्य साई हृदय रोग अस्पताल अहमदाबाद के डॉक्टर के द्वारा स्क्रीनिंग करने के बाद ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद आने कि सलाह दी गई। इसके बाद 6 नवंबर 2023 को बच्चे के ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस के द्वारा पटना और फिर हवाई जहाज से अहमदाबाद भेजा गया। अहमदाबाद में अस्पताल के एंबुलेंस से अस्पताल ले जाकर बच्चे के ऑपरेशन कि प्रकिया शुरू हो गई और 8 नवंबर 2023 को मेरे बच्चे के हृदय का सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद 29 नवंबर 2023 को हमलोग वापस हवाई जहाज से पटना और फिर एंबुलेंस से अपने घर आ गए। इस दौरान मुझे घर से अहमदाबाद आने- जाने, रहने, खाने- पीने सहित ऑपरेशन, दवाई किसी प्रकार का खर्च नहीं करना पड़ा। राज्य सरकार के द्वारा मैं, मेरी पत्नी और बच्चे के आने- जाने और खाने पीने और सत्य साई अस्पताल के द्वारा वहां रहने, खाने- पीने, ऑपरेशन, दवाई सभी व्यवस्था निः शुल्क की गई ।
बच्चे के दादा जमालपुर वर्कशॉप से सेवानिवृत 70 वर्षीय रामजी मंडल ने बताया कि मेरे पोते के जन्म के सिर्फ एक महीने के बाद ही जब मुझे पता चला कि मेरे पोते के हृदय में सुराग है और इसके ऑपरेशन में बड़ी राशि खर्च होगी तो मुझे काफी चिंता हुई। लेकिन जब मेरे रिश्तेदार ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत बच्चे का निः शुल्क ऑपरेशन हो सकता है तो मुझे काफी राहत महसूस हुई। आज मेरा पोता ऑपरेशन के बाद एक सामान्य बच्चे कि तरह खेल रहा है तो काफी सुकून मिलता है। आम लोगों से मैं यह अपील करना चाहता हूं कि यदि किसी के बच्चे के साथ ऐसी परेशानी है तो तत्काल सरकारी अस्पताल जाकर इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करें और निः शुल्क अपने बच्चे का ऑपरेशन राज्य सरकार के सहयोग से गुजरात के अहमदाबाद स्थित सत्य साई हृदय रोग अस्पताल में करवा कर अपने बच्चे को नया जीवन दें ।
डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर मुंगेर में कार्यरत निशांत कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा समय- समय पर बाल हृदय रोग से पीड़ित बच्चों कि स्क्रीनिंग कर ऑपरेशन के लिए गुजरात के अहमदाबाद स्थित सत्य साई हृदय रोग अस्पताल भेजा जा रहा है। सरकार कि इस योजना का ही परिणाम है कि आरुष रॉय जैसे बाल हृदय रोग से पीड़ित बहुत से बच्चे निः शुल्क ऑपरेशन के बाद आज सामान्य बच्चे कि जिंदगी जी रहा है। उनके अभिभावक भी राहत कि सांस ले रहे हैं कि इस योजना के बदौलत ही वो बिना किसी खर्च के अपने बच्चे का ऑपरेशन करवा पा रहे हैं।