शाहजहांपुर में बिना लाइसेंस के चल रहे बायोडीजल पंपों पर बड़ी कार्रवाई, नौ पंप सील, हजारों लीटर डीजल-पेट्रोल जब्त
शाहजहांपुर। ब्यूरो चीफ – सुखविंदर सिंह, यूपी की आवाज।
जिले में अवैध रूप से संचालित हो रहे बायोडीजल पंपों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए एक साथ बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी के निर्देश पर 9 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर 9 अवैध बायोडीजल पंपों को सील कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान 2498 लीटर डीजल और 735 लीटर पेट्रोल जब्त किया गया है।
यह कदम उन लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उठाया गया है जिनमें बिना लाइसेंस और सुरक्षा मानकों के चल रहे बायोडीजल पंपों पर घटिया गुणवत्ता का डीजल और पेट्रोल बेचे जाने की बात सामने आ रही थी। इससे जहां एक ओर शासन को राजस्व की हानि हो रही थी, वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं के वाहन और कृषि उपकरण भी क्षतिग्रस्त हो रहे थे।
कैसे हुई कार्रवाई?
दिनांक 27 मई 2025 को जिलाधिकारी के निर्देश पर 9 टीमों का गठन किया गया। प्रत्येक टीम में उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, खाद्य विभाग, पूर्ति निरीक्षक तथा बाट-माप विभाग के अधिकारी शामिल थे। सभी टीमों ने जनपद भर में एक साथ छापेमारी की।
जिन स्थानों पर कार्रवाई हुई:
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ग्राम देवकली, बण्डा-नभीची रोड: परिसर, टैंक व नोजल सील
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पीसताला, सिधौली थाना के सामने
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ग्राम कोटाबारी, पुवायां रोड
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ग्राम दलेलपुर: 100 लीटर डीजल बरामद
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ग्राम ढकिया तिवारी: पंप सील
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ग्राम जौराभूस, जलालाबाद-कटरा मार्ग: 1008.73 लीटर डीजल व 414 लीटर पेट्रोल बरामद
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ग्राम रजनपुर द्वितीय, तिलहर: 101 लीटर पेट्रोल बरामद
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ग्राम रजनपुर, तिलहर: पंप सील
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ग्राम तहरपुर, महानंदपुर रोड: 1300 लीटर डीजल व 220 लीटर पेट्रोल बरामद
इन सभी पंपों को कोई वैध दस्तावेज, एनओसी या लाइसेंस नहीं मिला। इससे स्पष्ट हुआ कि ये पंप एचएसडी कंट्रोल ऑर्डर 1981, एमएस कंट्रोल ऑर्डर 2005 और शासनादेश संख्या 1185 (दिनांक 24 अगस्त 2023) का उल्लंघन कर रहे थे।
होगी सख्त कार्रवाई
इन मामलों में आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 और अन्य धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। कुछ स्थानों पर माप-तौल उपकरण न होने के कारण वहां की सील भविष्य में जांच टीम की उपस्थिति में खोली जाएगी। साथ ही, सभी जब्त पेट्रोल-डीजल के नमूने लैब जांच हेतु भेजे गए हैं।

प्रशासन का संदेश स्पष्ट
यह छापामार कार्रवाई न केवल अवैध धंधे पर करारा प्रहार है, बल्कि शासन की सख्त नीति और कानून के भय को भी दर्शाती है। आने वाले समय में प्रशासन द्वारा ऐसे अवैध पंपों के खिलाफ और भी कठोर कदम उठाए जाने के संकेत मिल रहे हैं।
शाहजहांपुर प्रशासन की यह कार्रवाई निश्चित रूप से जिले में पारदर्शी ईंधन वितरण प्रणाली की दिशा में एक मजबूत और निर्णायक पहल है।












