फर्रुखाबाद, यूपी की आवाज।
फर्रुखाबाद जिले में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र के नवाबगंज ब्लॉक में 16 फरवरी को रैली की थी। उन्होंने हाथ फैला कर जिले के लोगों से समर्थन मांगा था, लेकिन उनकी इस रैली का जिले के लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। सपा को यहां चारों सीटों पर मात खानी पड़ी।
सपा ने जिले की अमृतपुर विधानसभा सीट से पूर्व होमगार्ड मंत्री नरेंद्र सिंह का टिकट काटकर जितेंद्र सिंह यादव को अमृतपुर से प्रत्याशी बनाया था। प्रत्याशी घोषित होते ही नरेंद्र सिंह ने सपा से बगावती तेवर अपना लिए थे। उन्होंने अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। जहां नरेंद्र सिंह यादव को 12,387 वोट मिले।
उन्होंने कहा था वह सपा प्रत्याशी को किसी भी हाल में जिले से जीतने नहीं देंगे। वहीं अखिलेश ने नरेंद्र सिंह के गढ़ में सपा प्रत्याशी को जिताने के लिए जनसभा की थी। उन्होंने जिले के लोगों से समर्थन मांगा था, लेकिन जिले के लोगों ने अखिलेश की मांग को ठुकरा दिया। जहां चारों विधानसभा सीटों पर एक भी प्रत्याशी समाजवादी पार्टी का नहीं जीता।
6 बार के विधायक रहे नरेंद्र सिंह
नरेंद्र सिंह यादव 6 बार समाजवादी पार्टी से ही विधायक रहे हैं। जहां 5 बार भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। जबकि एक बार अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए और होमगार्ड मंत्री बने।
जिला पंचायत अध्यक्ष हैं मोनिका यादव
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव का समाजवादी पार्टी से पुराना नाता रहा है। उनके पिता भी समाजवादी पार्टी से विधायक रहे हैं। इसके बाद नरेंद्र सिंह की बेटी मोनिका यादव की मुलायम सिंह यादव के परिवार में शादी हुई है। दोनों परिवारों में रिश्ते भी हैं। लेकिन कुछ समय से रिश्तों में खटास आई। वहीं मोनिका यादव फर्रुखाबाद से जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ीं। यहां भाजपा के समर्थन से वह जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुईं। सपा को यहां हार का मुंह देखना पड़ा।