अयोध्या | 11 मई 2025
राम नगरी अयोध्या में ट्रैफिक व्यवस्था को हाईटेक और स्मार्ट बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। 47 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) परियोजना अब प्रभावी रूप से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके पहले चरण का उद्घाटन किया, जिसके बाद से शहर में यातायात नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
अब ट्रैफिक नियम तोड़ने पर सीधा डिजिटल चालान
ITMS के तहत 20 प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक लाइट्स और अत्याधुनिक निगरानी कैमरे लगाए गए हैं। बिना हेलमेट, रेड लाइट क्रॉसिंग, ओवरस्पीडिंग जैसे मामलों में अब ऑटोमैटिक कैमरों के जरिए डिजिटल चालान स्वत: जनरेट हो जाते हैं। इस तकनीक ने ट्रैफिक अनुशासन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है।
36,555 चालान, 3.36 करोड़ का जुर्माना
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 36,555 चालान इस प्रणाली के माध्यम से जारी किए जा चुके हैं। इससे लगभग 3.36 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जिसमें से 12 लाख रुपये की वसूली पहले ही की जा चुकी है।
नियम पालन और ट्रैफिक अनुशासन में सुधार
शहर के 20 चयनित चौराहों में से 14 स्थानों पर यह प्रणाली पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि इससे अयोध्या में सड़क सुरक्षा और नागरिकों की यातायात नियमों के प्रति जागरूकता में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है।
यह व्यवस्था विशेष रूप से राम मंदिर क्षेत्र में आने वाले भारी यातायात और तीर्थयात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो रही है। प्रशासन का लक्ष्य है कि आने वाले महीनों में शेष स्थानों पर भी ITMS का संचालन शुरू कर दिया जाए।
निष्कर्ष:
ITMS जैसी स्मार्ट प्रणाली न केवल यातायात व्यवस्था को सुगम बनाती है, बल्कि लोगों को जिम्मेदार नागरिक बनने की ओर भी प्रेरित करती है। अयोध्या मॉडल को अब अन्य शहरों में भी लागू करने की संभावना जताई जा रही है।