अपराध उत्तर प्रदेश

करोड़ों की ठगी करने वाली फर्जी कंपनी का पर्दाफाश

यूपी की आवाज

चित्रकूट। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ जारी कार्यवाही में एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी व सीओ सिटी हर्ष पाण्डेय की देखरेख में क्राइम ब्रांच व कोतवाली कर्वी पुलिस की संयुक्त टीम ने फर्जी कंपनी बनाकर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर छह लोगों को दबोचा है। दबोचे गये लोगों के कब्जे से दो कार, दो चोरी की बाइक, आठ मोबाइल फोन एवं फर्जी कागजात बरामद हुए।

शनिवार को पुलिस अधीक्षक वृन्दा शुक्ला पुलिस कार्यालय स्थित राघव प्रेक्षागार में पत्रकारों से रुबरु हुईं। उन्होंने बताया कि दस जुलाई को कोतवाली कर्वी में सुशील देवी पत्नी गिरधारीलाल निवासी कसहाई ने सूचना दी कि हार्वड जागरुकता एजुकेशन ट्रस्ट के कर्मचारी विनय कुमार वर्मा पुत्र जयराम वर्मा निवासी चमरपुर थाना भदोजोज जिला बलरामपुर ने झांसा देकर करोड़ों रुपये गबन कर भाग गये हैं।

कोतवाली में विनय कुमार आदि के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। पुलिस अधीक्षक ने घटना की गंभीरता के मद्देनजर विवेचना अपराध शाखा निरीक्षक एमपी त्रिपाठी को सौंपी। विवेचक एमपी त्रिपाठी व स्वाट टीम ने सर्विलांस की मदद से मुखबिर की सूचना पर बांदा की ओर सिंहपुर होकर पहाड़ी-राजापुर जाने की सूचना पर चौरा मोड से छह लोगों को स्विफ्ट डिजायर कार नम्बर यूपी53ईसी-7336 व वेगनार कार नम्बर यूपी53ईए-3289 को फर्जी दस्तावेज समेत दबोचा। इनकी निशानदेही पर रेलवे स्टेशन चित्रकूट से दो चोरी की बाइक भी बरामद की।

दबोचे ठगों ने पूछताछ में बताया कि उनका सरगना प्रमोद गुप्ता पुत्र मोहन उर्फ नाहर गुप्ता निवासी मोइला हरपुर थाना कप्तानगंज जिला कुशीनगर है। वह हार्वड जागरूकता एजुकेशनल ट्रस्ट नाम से जिले में दो शाखाएं अमानपुर व कस्बा मऊ में खोले है। उन्हें नवम्बर 2022 में काम करने भेजा था। दस जुलाई तक उन लोगों ने विभिन्न पदों पर नौकरी देने होम ट्यूटर (एसटी), फील्ड क्वार्डीनेटर (एफसीओ), कम्प्यूटर टीचर (सीटी) व ग्रीन प्लांट मैनेजर आदि बनाकर कम समय में अधिक पैसे कमाने का लालच देकर हजारों लोगों को जोड़कर सिक्योरिटी मनी व रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर पांच करोड़ से अधिक की धनराशि एकत्र की।

दस जुलाई को वे अमानपुर वाले सेंटर के पास से दो मोटरबाइक चुराकर भाग गये थे। उन लोगों की सभी फर्जी आईडी, फर्जी नाम, फर्जी सिम व नये मोबाइल फोन सरगना प्रमोद गुप्ता ने दिये थे। इसका उपयोग लोगों के साथ धोखाधड़ी में करते थे। क्षेत्रीय लोगों को नौकरी देने पर उन्हीं के बैंक खाते में रुपये जमा कराते थे। नकद पैसे निकलवा कर ले लेते थे। बीच-बीच में सरगना प्रमोद गुप्ता के साथी आकर पैसे ले जाते थे। अलग-अलग बैंक खातों में अभी दस लाख रुपये हैं। बाकी रुपये प्रमोद गुप्ता ने गोरखपुर में जमीन खरीद कर प्लाटिंग कर रहा है। नया मकान बनवा रहा है। उन्हें भी एक-एक प्लाट देने को बोला था। सभी लोगों के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्जकर प्रमोद गुप्ता व दो अन्य साथियों की गिरफ्तारी को प्रयास जारी हैं।

इसी प्रकार जिले के मऊ थाने के मधुवन में माउण्ड ऐजुकेशनल सर्विस नामक संस्था बनाकर इन्ही लोगों ने लोगों को विभिन्न पदों पर नौकरियां एवं कम समय में अधिक पैसा कमाने का लालच देकर करोंड़ों रुपये की ठगी की है। इस मामले में मऊ थाने में भी मामला दर्ज है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अमन जायसवाल पुत्र प्रेमचंद जायसवाल निवासी टोला कतरौन कुसमहा थाना रामकोला जिला कुशीनगर (फर्जी नाम विनय वर्मा), राज गुप्ता पुत्र जगदम्बा प्रसाद गुप्ता निवासी भटवा तिवारी थाना खामपार जिला देवरिया, प्रेमचंद जायसवाल पुत्र ठाकुर प्रसाद निवासी टोला कतरौन कुसमहा थाना रामकोला जिला कुशीनगर, मनोज कुमार जायसवाल पुत्र हरीशचन्द्र निवासी राप्तीनगर थाना शाहपुर जिला गोरखपुर, उपेन्द्रनाथ पाण्डेय पुत्र रामदास निवासी सहुला खुर्द थाना खजनी जिला गोरखपुर (फर्जी नाम वीके सिंह) व गिरजेश गुप्ता पुत्र राम लखन निवासी देउरवा थाना कप्तानगंज जिला कुशीनगर शामिल हैं।

पुलिस टीम में निरीक्षक एमपी त्रिपाठी, निरीक्षक श्याम प्रताप पटेल प्रभारी स्वाट टीम, दरोगा पवन प्रधान, दीवान जितेन्द्र कुमार सर्विलांस टीम, दीवान प्रदीप कुमार द्विवेदी स्वाट टीम, दीवान धर्मेन्द्र कुमार सर्विलांस टीम, सिपाही रोहित सिंह सर्विलांस टीम, सिपाही रोशन सिंह स्वाट टीम, सिपाही राघवेन्द्र सिंह स्वाट टीम, सिपाही आशीष कुमार सर्विलांस टीम, सिपाही पवन राजपूत स्वाट टीम, सिपाही ज्ञानेश मिश्रा स्वाट टीम, दीवान शिवचरण कोतवाली, दीवान संदीप देव कोतवाली कर्वी, सिपाही शुभम शर्मा, सिपाही अमित कुमार शामिल रहे।

विधायक ने ठगी का उठाया था मुद्दा

सदर विधायक अनिल प्रधान ने जिले में हॉवर्ड एजुकेशन ट्रस्ट के ठगी का मुद्दा विधानसभा में उठाया था। ठगी के शिकार लोगों समेत पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल के साथ पुलिस अधीक्षक से भेंटकर कड़ी कार्यवाही करने के साथ ठगी के शिकार लोगों का पैसा दिलाने की कार्यवाही की मांग की थी। नतीजतन पुलिस अधीक्षक ने विधायक की बातों को संज्ञान में लेकर टीम लगाकर आज ठगों के गिरोह का पर्दाफाश किया है।

Ad