यूपी की आवाज
फिरोजाबाद। फिरोजाबाद जनपद के गांव टीकरी निवासी किसान शंभू दयाल यादव के बड़े पुत्र धर्मेंद्र प्रताप यादव चंद्रयान 3 की उड़ान में सम्मिलित हैं। वे 2011 से ही बेंगलुरू के इसरो में वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इससे पूर्व मंगलयान से लेकर चंद्रयान- 1 चंद्रयान-2 में अहम भूमिका निभा चुके हैं। गांव टीकरी में खुशी का माहौल बना हुआ है।
वैज्ञानिक धर्मेंद्र प्रताप विभिन्न शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण की है। वे बेहद मेधावी छात्र रहे। चंद्रयान-3 की 6.04 बजे पर लैंडिंग टीवी चैनल पर देखने को लोग उत्साहित हैं। वैज्ञानिक धर्मेंद्र प्रताप यादव के गांव टीकरी में खुशी का माहौल बना हुआ है। परिवार के लोग उस ऐतिहासिक पल को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। किसान पिता शम्भू दयाल ने बताया कि वैज्ञानिक धर्मेंद्र ने लॉर्ड ऋषभ टूंडला से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की थी उसके बाद ब्रजराज सिंह इंटर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद आगरा आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक और एनआईटी जालंधर से 2010 में एमटेक किया था। इसके बाद इसरो में वर्ष 2011 में विज्ञानी पद पर पहली बार में हुई नियुक्ति हुई थी। धर्मेंद्र यादव के छोटे भाई उपेंद्र यादव एनआइटी जालंधर से एमटेक कर रहे हैं। धर्मेंद्र के चाचा अरविंद यादव पूर्व प्रधान ने बताया है कि उनके भतीजे धर्मेंद्र बेंगलुरू के इसरो में 2011 से वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर तैनात रहकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने मंगलयान से लेकर चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 चंद्रयान-3 में भी भाग लिया है। वैज्ञानिक धर्मेंद्र तीन भाई-बहन हैं। एक भाई उपेंद्र यादव व बहन दीपिका की शादी हो चुकी है। पिता शंभूदयाल किसान हैं। मां कमला देवी गृहणी हैं।
पूर्व राष्ट्रपति से मिली थी प्रेरणा
धर्मेंद्र यादव के पिता शंभू दयाल यादव ने अपनी यादों को ताजा करते हुए ने बताया कि जालंधर एनआईटी कॉलेज में दीक्षांत समारोह में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम आए थे। इस दौरान उस समय उन्होंने कहा था कि बच्चे आईएएस, आईपीएस बनने के इच्छुक रहते हैं लेकिन कुछ बच्चों को वैज्ञानिक भी बनकर देश सेवा करनी चाहिए। वहीं से उनको प्रेरणा मिली थी। इसके बाद बेटे ने अपना रास्ता तय कर लिया कि उन्हें वैज्ञानिक ही बनना है। इसके साथ ही उन्होंने अपना लक्ष्य तय कर इसके लिए प्रयास शुरू किया।
चंद्रयान-3 को लेकर गांव टीकरी में है जश्न का माहौल
गांव टीकरी में वैज्ञानिक धर्मेंद्र प्रताप के घर में खुशी का माहौल बना हुआ है। उनकी मां कमला देवी का कहना है कि उन्हें गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए काम कर रहा है। इससे बड़ी गौरव की बात और क्या होगी? उनका बेटा अपनी पत्नी और पांच साल की बेटी के साथ बेंगलुरू में रह रहा है।