यूपी की आवाज
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में रविवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर बड़ा गणेश दरबार में दर्शन-पूजन के लिए व्रती महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी। संतान की सलामती व खुशहाल जीवन के लिए बहुला गणेश चतुर्थी व्रत रखकर महिलाएं लोहटिया स्थित बड़ा गणेश दरबार सहित अन्य गणेश मंदिरों में तल्ख धूप और उमस के बावजूद पूरे श्रद्धा के साथ दर्शन-पूजन कर रही हैं।
बड़ा गणेश मंदिर में अलसुबह से ही श्रद्धालुओं और व्रती महिलाओं की भीड़ पहुंचने लगी। व्रती महिलाएं पूरे दिन बहुला चौथ का व्रत रख शाम को दूध-चावल से खीर बनाकर भोग तैयार करेंगी। इसके बाद शाम को चंद्रोदय के बाद श्रीगणेश, शिव-पार्वती की मूर्ति की पूजा कर खीर और लड्डू का भोग लगाएंगी और फूल व दूध से अर्घ्य देकर संतान के लिए दीर्घायु की कामना करती हैं। रविवार दोपहर तक बाजारों में श्रीगणेश व शिव-पार्वती की मूर्ति और झालर, फूल की जमकर खरीदारी हुई। जगतगंज के कर्मकांडी ब्राम्हण बब्बू गुरू बताते हैं कि रविवार को चतुर्थी तिथि रात्रि 11 बजकर 08 मिनट तक है। ऐसे में गणेश चतुर्थी व्रती महिलाएं चंद्रोदय होने एवं तिथि समाप्ति होने के बीच किसी भी समय में चंद्रमा को अर्घ्य देने का काम पूरा कर लें। उन्होंने बताया कि भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी को ही बहुला चौथ के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की उपासना के साथ ही गौ माता की भी उपासना की जाती है। मान्यता है कि बहुला चतुर्थी के दिन गाय माता की पूजा और सेवा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश और चंद्र देव की उपासना करने से जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जात हैं।