- आईआईटी मद्रास और विद्या शक्ति फाउंडेशन की संयुक्त पहल,ग्रामीणांचल के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण से रोजगार के नए अवसर
यूपी की आवाज
वाराणसी। वाराणसी के ग्रामीणांचल के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए आईआईटी मद्रास ने बड़ी पहल की है। वाराणसी के गांवों तक आधुनिक शिक्षा पहुंचाने के लिए आईआईटी मद्रास ने बुधवार को उदय प्रताप कॉलेज, राजकीय बालिका कॉलेज ,वाराणसी के साथ मिलकर विद्या शक्ति योजना के अंतर्गत ‘सॉफ्टवेयर परीक्षण और डेटा विश्लेषण पर आधारित अप स्किल प्रोग्राम’ का शुभारंभ किया। उदय प्रताप पीजी कालेज में आयोजित इस दूरदर्शी कार्यक्रम का अनावरण वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामाकोटी ने बताया कि कैसे विद्याशक्ति योजना की शुरुआत तमिलनाडु से हुई। काशी तमिल संगमम के दौरान इस योजना के वाराणसी में विस्तार का विचार आया । उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से शुरुआत करते हुए डिजिटल एजुकेशन, विद्याशक्ति योजना के लक्ष्यों, डेटा सिक्योरिटी एंड डेटा प्रोटेक्शन के महत्व को बताया । प्रो. कामाकोटी ने नारी शक्ति को डिजिटल एजुकेशन से जोड़कर स्वरोजगार को बढ़ाने पर बल दिया। विद्याशक्ति के समन्वयक डॉ. जितेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि कार्यक्रम में एक एक घंटे के दो दैनिक प्रशिक्षण सत्र होंगे। प्रशिक्षण 12 सप्ताह तक चलेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से उदय प्रताप कॉलेज और बालिका कॉलेज के 500 से अधिक छात्र – छात्राओं को सॉफ्टवेयर परीक्षण और डेटा विश्लेषण में अत्याधुनिक कौशल के विभिन्न पहलुओं पर आईआईटी मद्रास के अनुभवी विशेषज्ञों के नेतृत्त्व में ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा ।
क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी,वाराणसी डाॅ. बी. के. त्रिपाठी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों को रेखांकित किया। डाॅ. देवेंद्र कुमार सिंह इंचार्ज यूजीसी सेल, यू पी कॉलेज ने आईआईटी मद्रास से इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल – उदय प्रताप कॉलेज (आईआईसी-यूपीसी ) के साथ मिलकर कॉलेज में एक इनक्यूबेशन सेंटर खोलने के लिए आग्रह किया, जिसे प्रो. वी कामाकोटि ने स्वीकार कर लिया। अतिथियों का स्वागत यूपी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह ने किया।