यूपी की आवाज
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में सिलचर जा रही सियालदह कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई। इसकी वजह है कि एक आठ साल के बालक की सूझबूझ। उसने रेल पटरी के किनारे बड़ा गड्ढा देखा। वह लाल रंग की टी शर्ट पहने था। उसने उसे उतारकर लहराना शुरू कर दिया।
इस बीच आ रही ट्रेन के चालक ने यह देखा तो उसने गाड़ी रोक दी। बच्चे का नाम मुरशाली है। वह मालदा जिले के तालुका रोड स्टेशन के पास गांव में रहता है। बताया गया है कि वह शुक्रवार दोपहर करीब 3:30 बजे मुरशाली रेल लाइन के किनारे से अपने घर लौट रहा था। तभी उसे पटरी के पास बड़ा गड्ढा दिखा। उसके दिमाग में यह बात आई कि यहां से अगर ट्रेन गुजरी तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए उसने लाल टी शर्ट लहराई।
रेलवे के अधिकारी इस बच्चे से मिले तो उसने पूरी बात बताई। अधिकारियों का कहना है कि इस बालक को भविष्य में सम्मानित किया जा सकता है। वह कोरियाली बारिनवार मिशन विद्यालय में पढ़ता है। उसके इस सूझबूझ और साहस भरे काम से पूरे गांव के लोगों में खुशी की लहर है। अब्दुस सत्तार नाम के एक गांव के निवासी ने कहा कि बच्चे ने जो कर दिया है उससे हमारे गांव का नाम रोशन हो रहा है।