विश्व मधुमेह दिवस पर डीएम पवन कुमार गंगवार को ग्रीन गुरु जी ने भेंट किया ‘इंसुलिन’ का पौधा
बीएचयू राजीव गांधी दक्षिणी परिसर और शांति निकेतन इंटर कॉलेज में पौध रोपण, आई-कैंप और बाल दिवस कार्यक्रम सम्पन्न
मीरजापुर, 14 नवम्बर 2025 | विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर मीरजापुर में आज पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य जागरूकता और बाल दिवस को समर्पित कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए गए।
राजीव गांधी दक्षिणी परिसर, बीएचयू बरकच्छा में आयोजित कर्मयोग, मद्यनिषेध और विकसित भारत विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार का स्वागत ग्रीन गुरु जी (अनिल कुमार सिंह) ने इंसुलिन के पौधे भेंट कर किया। ग्रीन गुरु जी द्वारा यह पौधा भेंट करने का उद्देश्य मधुमेह जागरूकता को बढ़ावा देना और आयुर्वेदिक-औषधीय पौधों के महत्व को रेखांकित करना था।
3790वें दिन भी जारी रहा ग्रीन गुरु जी का वृक्षारोपण अभियान
लगातार 3790 दिनों से प्रतिदिन पौधा लगाने के अभियान के तहत ग्रीन गुरु जी ने डीएम गंगवार, नील रतन सिंह और विमल कुमार सिंह के साथ मिलकर परिसर के पास बारहमासी सहजन का पौधा रोपा।
ग्रीन गुरु जी के इस निरंतर अभियान का उद्देश्य—
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धरती को हरा-भरा रखना
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औषधीय पौधों का संवर्धन
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पर्यावरण शुद्धि
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लोगों में पौध संरक्षण की जागरूकता बढ़ाना है।

बाल दिवस पर शांति निकेतन इंटर कॉलेज में लगा आई-कैंप
बाल दिवस के अवसर पर शांति निकेतन इंटर कॉलेज पचोखरा में अदानी पावर एवं अदानी फाउंडेशन द्वारा निशुल्क आई-कैंप का आयोजन किया गया।
इस कैंप में—
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विद्यार्थियों, स्टाफ और कर्मचारियों की आंखों की जांच
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चश्मों का निःशुल्क वितरण
किया गया।
कार्यक्रम के दौरान ग्रीन गुरु जी ने अडानी समूह द्वारा विद्यालय में स्थापित मियावाकी वन में
डॉ. नमिता द्विवेदी, अजय पाल (अडानी समूह), एवं विद्यालय परिवार की उपस्थिति में गुलाब (आबरा-डाबरा) का पौधा रोपा।
ग्रीन गुरु जी की सामाजिक भूमिका
ग्रीन गुरु जी —
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खेल क्रांति एवं पर्यावरण शुद्धिकरण फाउंडेशन के संस्थापक
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ब्रांड अंबेसडर, ध्वजारोहक—नगरपालिका परिषद मीरजापुर
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सदस्य—जिला गंगा संरक्षण समिति व जिला पर्यावरण समिति
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सम्मानित—मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गंगा सेवक सम्मान
— लगातार 01 जुलाई 2015 से प्रतिदिन पौधरोपण कर रहे हैं।
उनके प्रयासों से न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला है, बल्कि समाज में स्वास्थ्य, स्वच्छता और प्राकृतिक उपचार के प्रति भी जागरूकता बढ़ रही है।
रिपोर्ट : UP की आवाज़ डिजिटल डेस्क
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