यूपी की आवाज
कानपुर। कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय पाण्डु नगर कानपुर परिसर में करोड़ों की अर्धनिर्मित इमारत मामले को लेकर सोमवार को भाजपा के विधायक सुरेंद्र मैथानी दिल्ली में श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव से मुलाकात की। उन्होंने मांग की कि अति शीघ्र इस प्रकरण को हल करके आधुनिकीकरण सहित डेन्टल कालेज को पूरा कराया जाये।
विधायक ने मंत्री से कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय का संचालन वर्तमान में राज्य सरकार कर रहा है और इस अस्पताल में कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने वर्ष 2008 में चिकित्सालय की सुविधाओं की सेवाओं के आधुनिकीकरण सहित डेन्टल कालेज की स्थापना हेतु भारत सरकार की इकाई एन.बी.सी.सी. को नवनिर्माण के लिए कार्यदाई संस्था बनाया गया था। मेसर्स एन.बी.सी.बी. ने डेन्टल काॅलेज निर्माण परियोजना के अन्तर्गत उक्त चिकित्सालय के कुछ हिस्से का निर्माण कार्य किया गया।
परियोजना बंद होने से करोड़ों का उपकरण हो रहा बर्बाद
विधायक ने कहा कि डेन्टल काॅलेज परियोजना का काम बंद होने से अस्पताल में डेन्टल काॅलेज निर्माण के लिये अर्ध-निर्मित संरचना सहित मंहगे उपकरण जैसे- डीजल जनरेटर सेट, इलेक्ट्रिकल पैनल इत्यादि,बहुत लम्बे समय से अनुपयोगी पड़े हैं। अस्पताल की आधुनिकी करण परियोजना में भी चिकित्सालय के कुछ हिस्से के निर्माणाधीन होने के चलते, अस्पताल के लिये स्वीकृत,312 शैय्याओं में से 100 शैय्याओं का ही उपयोग हो रहा है। और आपरेशन थिएटर, पैथोलाजी, एक्सरे इत्यादि जैसी सुविधाओं के लिये अस्थाई तौर पर अलग कमरों में व्यवस्था की गयी है। इस प्रकार चिकित्सालय की 40 प्रतिशत क्षमता उपयोग में लाई जा रही है। जिससे मरीजों को पूरा लाभ नही मिल पा रहा है।उसके नये सिरे से उपयोग हेतु श्रम एवं रोजगार मंत्रालय स्तर से एक उपसमिति भी गठित की गयी थी। उस कमेटी का एक सुझाव यह भी है कि, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, जाजमऊ चिकित्सालय को पुनः राज्य सरकार को वापस दे दिया जाये एवं बदले में पाण्डु नगर चिकित्सालय को सेकेण्डरी केयर और एस.एस.टी. केयर की सुविधा एक ही प्रशासनिक नियंत्रण के अन्तर्गत प्रदान करने हेतु कर्मचारी राज्य बीमा निगम को हस्तांतरित कर दिया जाए। जिससे वहां के मेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों के द्वारा जबरदस्त विरोध भी दर्ज कराया गया है।
मंत्री ने विधायक को श्रम शक्ति भवन में अपने अधिकारियों अमर सिंह (आईआरएस) एवं मनोज कुमार सिंह विजिलेंस ऑफिसर तथा मंत्रालय के डीजी राजेंद्र कुमार (IAS) के साथ बातचीत कराई।
विधायक ने मंत्री के साथ ही इन उक्त अधिकारियों के साथ वार्ता में कहा कि जिस प्रकार से ऐसे अस्पतालों को संचालित करने हेतु जैसे महाराष्ट्र प्रदेश में, प्रदेश स्तर पर एक संचालन कमेटी का गठन हुआ है, ठीक उसी प्रकार से उत्तर प्रदेश में भी उक्त अस्पताल के संचालन हेतु कमेटी का गठन कर दिया जाए।
विधायक ने बताया कि यह भी सहमति बन गई कि जाजमऊ हॉस्पिटल का स्टाफ पांडव नगर में और पांडव नगर का स्टाफ जाजमऊ में करने के विषय पर, मेडिकल स्टाफ एवं कर्मचारियों के विरोध पर, मंत्रालय अपनी सकारात्मक टिप्पणी कर राज्य सरकार को संस्तुति करेगा। विधायक के द्वारा शेष समस्याओं के निराकरण करने के आग्रह पर मंत्री ने आश्वस्त किया और कहा कि उपरोक्त विषयक हेतु, जल्द ही जनहित में शेष कार्यवाही भी होगी।